बिहार सरकार ने राज्य के छात्रों और शिक्षित बेरोजगार युवाओं को बड़ी राहत देते हुए, CM Pratigya Yojana 2025 का ऐलान किया है, इस योजना के तहत योग्य छात्रों को हर महीने ₹6000 तक की आर्थिक मदद मिलेगी अगर आपका उम्र 18 से 28 वर्ष के बीच आता है, और पढ़ाई पूरी कर चुके हैं तो यह योजना आपके लिए है।
Mukhmantri Pratigya Yojana 2025 क्या है
CM Pratigya Yojana 2025 बिहार सरकार की एक नई और महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में शुरू किया गया इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं को इंटर्नशिप के माध्यम से प्रशिक्षित और ₹6000 तक का मासिक स्टाइपेंड देना है।
CM Pratigya Yojana 2025 Eligibility Criteria
अगर आप बिहार के स्थाई निवासी है और पढ़ाई पूरी करने के बाद अभी नौकरी के तलाश में है तो, यह योजना आपके लिए है इसके लिए निम्नलिखित पात्रता शर्ते हैं।
- आयु: 18 से 28 होना चाहिए
- शैक्षणिक योग्यता: 12वी, ITI, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएट पास
- आवेदक किसी भी नौकरी में ना हो
- आवेदक का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए
- बिहार का स्थाई निवासी होना चाहिए
योजना के लाभ – कितनी राशि मिलेगी
CM Pratigya Yojana 2025 के तहत छात्रों को शिक्षा के अनुसार अलग-अलग स्तर पर मासिक स्टाइपेंड दिया जाएगा
| शिक्षा योग्यता | मासिक स्टाइपेंड |
| 12 वी पास | ₹4,000 |
| ITI/ डिप्लोमा | ₹5,000 |
| स्नातक या PG | ₹6,000 |
अतिरिक्त भत्ता:
- कोई छात्र अपने जिले से बाहर इंटर्नशिप करता है, तो उसे ₹ 2000 प्रति माह ( 3 माह तक) मिलेगा।
- राज्य से बाहर इंटर्नशिप करने पर मिलेगा ₹5000 प्रति माह ( 3 महीने तक) मिलेगा।
आवेदन कैसे करें
योजना का आवेदन जल्द ही बिहार सरकार की वेबसाइट या एक अलग पोर्टल पर शुरू होगा आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी।
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाए ( Official Link Soon )
- रजिस्ट्रेशन करें और ओटीपी से वेरिफिकेशन करें
- फॉर्म भरे और सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें
- फॉर्म सबमिट करें और acknowledgment डाउनलोड करें
- चयन होने पर SMS या ईमेल के माध्यम से सूचना दी जाएगी
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की कॉपी
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
निष्कर्ष: बिहार सरकार की CM Pratigya Yojana 2025 न सिर्फ छात्रों को आर्थिक सहायता देती है, बल्कि उन्हें इंटर्नशिप के जरिए व्यावहारिक अनुभव भी दिलाता है, यह योजना युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम हो सकती है, बशर्ते इसका क्रियान्वयन पारदर्शी और ईमानदार तरीके से किया जाए।